इसमें संशय नहीं कि आज विमान विद्या अत्यंत विकसित अवस्था में पहॅंच चुकी है ।
परंतु महाभारत काल तथा उससे पूर्व भारतवर्ष में भी विमान विद्या का विकास हुआ था ।
न केवल विमान अपितु अंतरिक्ष में स्थित नगर रचना भी
हुई थी इसके अनेक संदर्भ प्राचीन वांग्मय में मिलते हैं ।