Re: शेरो-शायरी में मुहावरे
मुहावरा > पातों आ लगना (दरख्त का)
भावार्थ:
1.पत्ते झड़ना या पतझड़ का आना
2. शक्ति या सामर्थ्य का कम होना
3. प्रतिकूल परिस्थितियाँ के कारण सुख चैन की समाप्ति
उदाहरण:
अहवाल की हमारे तुमको तो क्या खबर है
गुज़रे है जिसके जी पर सो ही ये जानता है
आँखों के गिर्द मेरे मिज़गां की है ये सूरत
गोया किनारे दरिया ख़स बह के आ रहा है
और दिल जो है बगल में सो इस तरह का फोड़ा
हरगिज़ न वो पके है ज़ालिम न फूटता है
अलकिस्सा क्या कहूँ मैं गुलशन में ज़िन्दगी की
तुझ बिन निहाल ‘सौदा’ पातों ही आ लगा है
(शायर: सौदा)
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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