16-06-2014, 09:42 PM
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#485
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Re: अन्ताक्षरी खेले याददास्त बढायें...........
Quote:
Originally Posted by dr.shree vijay
लाख हुस्न हो क्या खुदनुमा जब कोई माइल ही न हो,
शम्अ को जलने से क्या मतलब जो महफिल न हो.......
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1.खुदनुमा - अपने सौंदर्य अथवा हुस्न का प्रदर्शन करने वाली या वाला,
2.माइल - आकर्षित
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हमसे पूछो ग़ज़ल क्या है, ग़ज़ल का फ़न क्या है
चंद लफ़्ज़ों ही में जैसे कोई आग छुपा दी जाये
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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