नए सत्र में यहाँ फिर कुछ नए बच्चे आएँगे,
कंधे पर नया बस्ता, चेहरे पर निश्*छल मासूमियत लिए।
पैरों में नए जूते, होंठों पर प्यारी सी मुस्कान।
हाथों में नई पेन्सिल, लिखने से बेपरवाह।
बस्ते में नई किताब, पढ़ने से बेफिक्र।
अबोध, चंचल, नियमों से बेखबर।
मन में एक नई उमंग लेकर।