Re: यात्रा-संस्मरण
मित्र वार्ष्णेय जी, सिक्किम और कंचनजंगा के विषय में आलेख प्रस्तुत करने का शुक्रिया. यदि वहाँ की कुछ तस्वीरें भी पोस्ट करते तो आलेख में चार चाँद लग जाते.
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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