Re: आखरी काम...........................
ओ' हेनरी की कहानी 'आखरी पत्ती' का हिंदी नाट्य रूपान्तर बहुत अच्छा है और अंतिम भाग भावुकतापूर्ण है. भावानुवाद दिल को छूने वाला है. एक स्थान पर सू जोंस को 'गधी कही की' कहती है जो कलाकार के मुख से सुनना अच्छा नहीं लगता. इसके स्थान पर 'पगली कही की' कहा जा सकता था. कुल मिला कर एक बढ़िया अनुभव. धन्यवाद.
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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