Quote:
Originally Posted by Rajat Vynar
मैं तो यही कहूँगा कि माँ की बात मानकर नहीं पी इसीलिए टक्कर हुई. खुद भी पिए होते तो टक्कर न होती क्योंकि एक पियक्कड़ की ड्राइविंग को दूसरा पियक्कड़ ही समझ सकता है, ठीक उसी प्रकार जिस प्रकार एक पागल की भावनाओं को दूसरा पागल ही समझ सकता है.
|
सबसे पहले तो bhai आपको इतना अच्छा विषय यहाँ रखने के लिए धन्यवाद देना चाहूंगी क्यूंकि ,शराब की वजह से आज दुनिया में कई घर बर्बाद हो रहे हैं मानव का अनमोल जीवन नष्ट हो रहा है और कई परिवार में शराब की वजह से क्लेश कांकस झगड़े मारपिट होती है बिमारिय आती है शराब इन्सान को सिरफ़ बर्बादी देती है बर्बादी के आलावा कुछ फायदा नही है इसका कहने को लोग कहते हैं ग़म भुलाने के लिए हम शराब पीते है एइसा सुना है पर ये सब बहाने हैं शराब पीने के .
रजत जी आपकी टिपण्णी क्यों एईसी है मुझे नही पता पर ये गलत है की अगर उस लड़के ने भी शराब पि होती तो न टकराता एइसे मंतव्य से शराब पिने की आदत को बढ़ावा मिलेगा रजत जी कभी कभी किसी का कहा एक वाकय इन्सान का जीवन बदल देता है सो मेरी आपसे प्रर्थना है की कृपया आप एइसा न कहें . अगर आपको मेरी बात गलत लगी हो तो क्षमा पार्थी हूँ ...