विश्वकप के लिए चयन कितना सही ?
मंगलवार को अपने ज़माने के धाकड़ तेज़ तर्रार बल्लेबाज़ संदीप पाटिल की अध्यक्षता में आगामी विश्व कप क्रिकेट टुर्नामेंट के लिए भारतीय क्रिकेट का चयन हुआ. टीम में लगभग नौ-दस नाम तो पहले से ही पक्के थे, तीन-चार नामों पर ज़रूर नज़र थी कि क्या वो टीम में जगह बना पाएंगे?
विश्व कप के लिए भारतीय टीम के चयन को लेकर जाने-माने क्रिकेट समीक्षक विजय लोकपल्ली कहते हैं कि एकदम सही टीम चुनी गई है.
हालांकि भावनात्मक रुप से क्रिकेट प्रेमियों का मानना था कि युवराज सिंह को टीम में होना चाहिए था, लेकिन चयनकर्ताओं ने खिलाड़ियों की मौजूदा फ़ॉर्म और फ़िटनेस को ध्यान में रखा है.
पिछले विश्व कप में युवराज ने अच्छी स्पिन गेंदबाज़ी भी की थी. उन्होंने इन दिनों तीन शतक भी बनाए हैं लेकिन शायद चयनकर्ताओं को उनकी फ़िटनेस पर भरोसा नहीं था. अब चयनकर्ता आगे देखना चाहते हैं, पीछे नहीं.
1983 में विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट जीतने वाली भारतीय टीम के पूर्व आलराउंडर मदन लाल कहते हैं कि इस टीम में मुरली विजय को ज़रूर होना चाहिए था.
मदन लाल मानते हैं, "शिखर धवन और रोहित शर्मा विदेशी पिचों पर अधिक कामयाब नहीं हुए हैं. कहने को कह सकते हैं कि टेस्ट और एकदिवसीय अलग क्रिकेट हैं जहां वह अधिक सफल रहे हैं, इसके बावजूद उनकी मौजूदा फ़ॉर्म ठीक नहीं है."
वहीं विजय लोकपल्ली शिखर धवन के चयन को सही ठहराते हैं. उनका मानना हैं कि जैसे ही एकदिवसीय मैच शुरू होंगे, फ़िल्डिंग रिस्ट्रिक्ट होगी तब धवन का आक्रामक रुप देखने को मिलेगा. इसके अलावा वो इंडिया-ए के लिए भी ऑस्ट्रेलिया में खेल चुके हैं.
भारतीय टीम में सबसे चौंकाने वाला चयन रविंद्र जडेजा का हैं. कंधे की चोट से वह लम्बे समय से जूझ रहे हैं.
बीसीसीआई के सचिव संजय पटेल ने कहा कि बोर्ड के फ़िज़ियो के अनुसार वह अगले दस दिनों में फ़िट हो जाएंगे.
इसे लेकर विजय लोकपल्ली कहते हैं कि जडेजा को लेकर चयनकर्ताओं ने जोख़िम उठाया हैं. अब अगर वह विश्व कप में चोटिल हो गए तो उनकी जगह खिलाड़ी नहीं मिलेगा.
स्टुअर्ट बिन्नी के चयन को लेकर विजय लोकपल्ली का मानना हैं कि भारत में अधिक आलराउंडर नहीं हैं.
स्टुअर्ट बिन्नी ऑस्ट्रेलिया जैसी पिचों पर अच्छी गेंदबाज़ी कर सकते हैं और निचले क्रम पर बल्लेबाज़ी भी कर सकते हैं. दरअसल टीम को स्पिन आलराउंडर की ज़रूरत नहीं थी क्योंकि उसके लिए रविंद्र जडेजा और आर अश्विन मौजूद हैं.