Re: गधा माँगे इन्साफ़
विष्णु ने भोला-भाला चेहरा बनाकर कहा- ’शर्माती है तो खुद घास न डाले। दूसरा कोई घास डाले तो उस घास की इज्ज़त करना सिखाओ। जल्दी ही सिंगल से मिंगल हो जाएगी।’
लक्ष्मी ने आगबबूला होकर कहा- ’मेरी बहन बहुत सीधी है। सिंगल रह जाएगी मेरी बहन, लेकिन मिंगल होने के लिए दूसरी देवियों की तरह बेशर्मी से लाइन नहीं मारेगी।’
लक्ष्मी और विष्णु के बीच का विवाद बढ़ता देखकर देवराज इन्द्र ने बीच-बचाव करते हुए कहा- ’कृपया आप दोनों पति-पत्नी का आपसी झगड़ा क्षीरसागर में निपटाइए। इस समय तो आप लोग मेरे जन्मदिन पर मुबारकबाद देने के लिए आए हैं। इसलिए देव दरबार की शान्ति बनाए रखिए।’
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