Re: गधा माँगे इन्साफ़
उसी समय गधे को खोजती हुईं शीतला देवी दो अन्य देवियों के साथ इन्द्र दरबार में आ गईं। शीतला देवी के पैर में पट्टी बँधी हुई थी और वह लंगड़ा-लंगड़ा कर चल रही थीं। देवराज इन्द्र के दरबार में आते ही गधे को बिना देखे शीतला देवी ने क्रोधपूर्वक देवराज इन्द्र से कहा- ’हम तीनों देवियों का कमीना वाहन गधा इधर आया क्या? बड़ा दुष्ट और पाजी है। एक बार दिख जाए गधा तो झाडू़ मार-मार कर कमीने का दिमाग़ ठिकाने लगा दूँगी।’
Last edited by Rajat Vynar; 27-02-2015 at 12:48 PM.
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