Re: गधा माँगे इन्साफ़
लक्ष्मी ने भड़ककर कहा- ’मेरा प्यारा वाहन उल्लू गधे के समकक्ष हो ही नहीं सकता, क्योंकि मेरा वाहन उल्लू उतना बेवकूफ नहीं है जितना लोग समझते हैं। गधे से इसकी ज़्यादा इज्ज़त है। दुनियाँ की लगभग सभी भाषाओं में गधा का मतलब मूर्ख ही होता है किन्तु हिन्दी को छोड़कर दुनियाँ की किसी भाषा में उल्लू का मतलब मूर्ख नहीं होता। इसलिए मेरे वाहन उल्लू की तुलना गधे से किसी हालत में नहीं की जा सकती। मैं न दूँगी अपने प्यारे वाहन उल्लू को!’
लक्ष्मी से बात न बनती देखकर देवराज इन्द्र ने यमराज की ओर प्रश्नवाचक दृष्टि से देखते हुए पूछा- ’क्या आप अपने वाहन भैंसा के बदले गधा को अपने वाहन के रूप में स्वीकार करने के लिए तैयार हैं?’
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