क्रिकेट के ये खुदा और विलेन
क्रिकेट के ये खुदा और विलेन
(रजनीश मंगा)कल तक किसी को उनसे शिकायत नहीं रही
उनको खुदा बना कर कोई गफ़लत नहीं रही
कल तक वो सभी खिलाड़ी थे हीरो बने हुये
पर आज उनकी दिल में वो इज्ज़त नहीं रही
अगर चाहा तो उनके नाम का मंदिर बना दिया
हुये नाराज़ तो दम भर में ही उसको गिरा दिया
मगर ये चाहने वालों का गुस्सा है या पागलपन
तस्वीर थी जो दिल में सजी उसको जला दिया
इस देश को है जोड़ के रखता क्रिकेट का खेल
हर खेल से आगे रहा बल्ले विकेट का खेल
खिलाड़ी क्रिकेट का मैच जो जीते तो जीते दिल
हारे तो हार जाता है सब कुछ क्रिकेट का खेल
ग्यारह के विश्व कप में जो सर्वोपरि रहे
वो सात मैच खेल कर सबमे विजयी रहे
धोनी की टीम आठवाँ हारी, तो तहलका
यह सोच कर दिलों में क्यों खलबली रहे
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
Last edited by rajnish manga; 01-04-2015 at 09:18 PM.
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