18-12-2015, 05:37 PM
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#83
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Re: लिमरिक कविता (Limerick Poetry)
सिंह-युगल व शावक
सिंह-युगल के साथ चल रहे छोटे उनके शावक जी;
सुबह सवेरे सैर को निकले, वैसे सब थे धावक जी;
इसमें क्या हैरानी थी?
प्रतिदिन यही कहानी थी,
हर शिकार की आवक तो थी पर न होती जावक जी.
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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