Re: दो वर्ष... माय हिंदी फोरम पर
सबसे पहले मैं आपको इस फ़ोरम के साथ चलते हुये दो वर्ष पूरे करने पर बधाई देता हूँ और फ़ोरम की ओर से आपको धन्यवाद देता हूँ. इन दो वर्षों में आपने अपनी सक्रिय भागीदारी से फ़ोरम को जीवंत बनाए रखा तथा अन्य सदस्यों को भी प्रेरित करने का काम किया. आपकी रचनाएं उच्च साहित्यिक मानदंडों पर खरी उतरती हैं जिनमें कभी भी सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का कोई आग्रह नहीं दिखाई नहीं दिया. आपने अपने संबोधन में फ़ोरम के पुराने साथियों का भी पुनः आने का आह्वान किया है, यह बहुत सार्थक क़दम है.
आशा है भविष्य में भी हमें आपकी कविताएं, ब्लॉग, आलेख तथा प्रेरक रचनाएं पढ़ने को मिलती रहेंगी. आपको बहुत बहुत शुभकामनाएं, बहन पुष्पा जी.
__________________
आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
|