Re: aaj ki yuva pidhi
धन्यवाद, बहन पुष्पा जी. चर्चा के लिये आपने बहुत गंभीर विषय का चुनाव किया है. स्वाभाविक है कि समाज में होती रहने वाली कुछ शर्मनाक घटनाओं को देखते हुये इस बारे में देश के हर वर्ग को चिंता करना और सकारात्मक बहस करना जरुरी हो जाता है.
शुरुआत में आपने युवाओं का नशे और धूम्रपान आदि कुछ बुरी आदतों की ओर ध्यान आकर्षित किया है तथा इन्हें कैसे दूर किया जाये, इस पर विचार आमंत्रित किये हैं.
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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