Re: हिंदी के विकास में लुंगी का महत्व
'हिन्दी विकास क्लब' के बोर्ड में हुई भारी गड़बड़ी से अनभिज्ञ अँग्रेज़ी वाले 'हिन्दी विकास क्लब' का प्रचार और प्रसार करने में तन और धन से लग गए। मन से लगने में सबसे बड़ी दिक्कत यह थी कि मन में तो अँग्रेज़ी थी। ज़रा भी मुँह खोलते तो अपनी टूटी-फूटी हिन्दी की वजह से रंगे हाथ पकड़ लिए जाते। पकड़े जाने के डर से अँग्रेज़ी वाले हिन्दी वालों के सामने आपस में बहुत ही कम बातचीत करते। कुछ चतुर किस्म के अँग्रेज़ी वालों ने अपने आप को अहिन्दीभाषी प्रदेशों का रहने वाला घोषित कर दिया जिससे हिन्दी बोलने में हो रही त्रुटियों (Mistakes) को समायोजित (Adjust) किया जा सके। कुछ महाचतुर अँग्रेज़ी वालों ने अपने आपको विदेशी भारतीय घोषित कर दिया।
'हिन्दी विकार क्लब' के नाम से खुले 'हिन्दी विकास क्लब' की चमचमाती शानदार बिल्डिंग की जगमगाहट और कई रंगों में जलते-बुझते 'हिन्दी विकार क्लब' के भव्य बोर्ड को देखकर अँग्रेज़ी वाले यह सोचकर बड़े प्रसन्न थे कि अब हिन्दी का जबरदस्त विकास होगा, किन्तु हुआ इसका उल्टा। 'हिन्दी विकार क्लब' की भव्यता और पार्किंग में खड़ी बड़ी-बड़ी कारों को देखकर साइकिल से चलने वाले हिन्दी वाले घबड़ा गए जिसके कारण उन्होंने क्लब में झाँकना तक पसन्द नहीं किया। क्लब में हिन्दी वालों को आता न देखकर अँग्रेज़ी वाले बड़े दुःखित हुए। हिन्दी के विकास के लिए धन लगाकर तन से लगना सब मिट्टी हो गया। हिन्दी वाले पास तक नहीं फटक रहे! क्या किया जाए- हिन्दी वाले क्लब में भड़भड़ाकर कूद पड़ें?
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