Re: बॉलीवुड शख्सियत
राज कपूर / Raj Kapoor
एक निर्देशक के तौर पर उनका सौन्दर्य के प्रति रुझान था और उन्होने अपनी बनायी दो फिल्मों आग, जो कि उनके द्वारा निर्देशित की गयी पहली फिल्म थी, और सत्यम शिवम सुंदरम में इसी सौन्दर्य और उसके प्रति मानव के रुझान को कसौटी पर भी रखा।
संगीत के प्रति उनकी समझ के सब ही कायल रहे हैं और उनकी हरेक फिल्म के संगीत का जन्म और प्रबंधन एक एक खास योजना के तहत और एक खास तरीके से होता था। उनके द्वारा निर्देशित उनकी अंतिम फिल्म ‘राम तेरी गंगा मैली’ में भी इस विशिष्टता को देखा जा सकता है। मंदाकिनी द्वारा निभाये गये चरित्र की यात्रा, जिसमें उसकी पहाड़ पर रहने वाली भोली भाली युवती से बनारस होते हुये कलकत्ता तक पहुँचने तक की यात्रा शामिल है, के साथ साथ मंदाकिनी के चरित्र द्वारा गाये गये गीतों की भाषा, गीतों की प्रकृति और गाने का ढ़ंग सब कुछ बदलता चला जाता है।
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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