Re: और आज की हमारी शख्सियत हैं
और आज की हमारी शख्सियत हैं (10 January)
गिरिजा कुमार माथुर /Girija Kumar Mathur
हिंदी के श्रेष्ठ कवि, नाटककार तथा समालोचक
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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