Re: कैसे बनेंगे हम महाशक्ति?
लेकिन अनिल जी हमने तो ये देखा है की जो जितना शिक्षित हो वो उतना ही बदमास और स्वार्थी हो जाता है. ngo वाले शिक्षा प्राप्त करके समाजसेवा के नाम पर धड़ल्ले से अपनी जेबें भरते नजर आते हैं.
अपनी समझदारी विकसित करने के बजाए अपने आप को चालक बनाते हैं. अपने आप को एक मैनेजर के रूप में पेश करते हैं.
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