Re: !! कुछ मशहूर गजलें !!
अब पेश हैं महान ग़ज़ल गायक "रहबर जौनपुरी" साहब की कुछ ग़ज़लें..
मुझको किस मोड़ पे लाया है मुक़द्दर मेरा
रास्ता रोकते हैं मील के पत्थर मेरा
आँखों-आँखों में गुज़र जाती हैं रातें सारी
अब मुझे ख़्वाब भी देता नहीं बिस्तर मेरा
ताज कोई है न दस्तार-ए-फ़ज़ीलत कोई
बार अब दोश पे लगता है मुझे सर मेरा
मैं परेशान बदलते हुए हालात से था
रख दिया वक़्त ने चेहरा ही बदल कर मेरा
सेहन-ओ-दीवार वही, ताक़-ओ-दर-ओ-बाम वही
अजनबी सा मुझे लगता है मगर घर मेरा
मैं किसी और से उम्मीद-ए-वफ़ा क्या रक्खूँ
ख़ुद ही जब बस नहीं चलता कोई मुझ पर मेरा
तुझसे नाकामी-ए-मंज़िल का गिला क्या रेहबर
चश्म-ए-बीना है न अब दिल है मुनव्वर मेरा
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