Thread
:
हमारी शेर "ओ" शायरी
View Single Post
01-11-2010, 12:17 AM
#
17
jai_bhardwaj
Exclusive Member
Join Date: Oct 2010
Location: ययावर
Posts: 8,512
Rep Power:
99
Quote:
Originally Posted by
jalwa
हमको भी हमराह लेते जाईये
एक से अच्छा है दो का काफिला
सत्य की कठिन डगर पे चल पड़े हो तुम
यह सत्य है कि आज तुम एकाकी रहोगे
मित्र! अगर इस राह को तुम नहीं छोड़ोगे
विश्वास है, 'जय' गाँधी सा नेतृत्व करोगे
__________________
तरुवर फल नहि खात है, नदी न संचय नीर ।
परमारथ के कारनै, साधुन धरा शरीर ।।
विद्या ददाति विनयम, विनयात्यात पात्रताम ।
पात्रतात धनम आप्नोति, धनात धर्मः, ततः सुखम ।।
कभी कभी -->
http://kadaachit.blogspot.in/
यहाँ मिलूँगा:
https://www.facebook.com/jai.bhardwaj.754
jai_bhardwaj
View Public Profile
Send a private message to jai_bhardwaj
Find More Posts by jai_bhardwaj