Re: जीवन चलने का नाम।
एक बार परीक्षा में फेल होने पर निराश हो कर नशा करने या आत्महत्या की बात दिमाग में लानेवाले किशोर व युवा किंग रोबर्ट ब्रूस को याद करें। किंग ब्रूस व मकड़ी की कहानी दुनियाँ भर के बच्चे जानते हैं, जिसमें राजा छह बात लड़ाई हार कर भूखा और परेशान झोंपड़ी में बैठा हैं। सातवी बार हमला करने की प्रेरणा उसे मकड़ी से मिलती हैं। वह विजयी होता हैं। एडीशन को आप क्या कहेंगे, वे तो हजार बार फेल हो चुके थे। बिजली बल्ब के आविष्कारक थॉमस अल्वा एडीशन को भी सभी जानते हैं, पर इस बात को सब नहीं जानते कि वे बल्ब बनाने में एक हजार बार फेल हो चुके थे। वे कहते थे, मैं फेल नहीं हुआ, बल्कि दुनियाँ का पहला आदमी हूँ, जो यह जानता है कि किन एक हजार तरीको से बल्ब नहीं बनाये जा सकते। इस बात को और भी कम लोग जानते हैं कि अमेरिका के आधुनिक और शक्तिशाली बनाने में एडीशन के आविष्कारों का कितना बड़ा योगदान हैं। वे न होते, तो 20वीं सदी शायद अमेरिका कि सदी नहीं बन पति। आखिर उन्होने 1093 आविष्कार किए। पटना में एक बच्चे ने नए कपड़े नहीं मिलने पर आत्महत्या कर ली, पर एडीशन को 12 वर्ष कि उम्र में अखबार बेचने का काम करना पड़ा। पढ़ाई में ध्यान नहीं लगा पाने के कारण उन्हें तीन स्कूल से निकाल दिया था। एक शिक्षक ने उनकी मां से कहा, आपके बच्चे को दुनियाँ का कोई शिक्षक नहीं पढ़ा सकता । वे अटेंशन डेफ़िसिट डिसऑर्डर (add) के शिकार थे। ध्यान केन्द्रित करनेवाले खुद को असफल कदापि न मानें। अपनी प्रतिभा को पहचानें। आप भी जरूर सफल होंगे।
Last edited by arvind; 06-06-2011 at 04:39 PM.
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