Quote:
Originally Posted by rajnish manga
अद्वितीय. विद्या की देवी से अपने देश और परिवेश के लिये ऐसी प्रार्थना प्रतिदिन यदि हर भारतवासी के हृदय से निकले तो देश स्वर्ग बन जाये. संकीर्णता न रहे, आपस में कोई भेदभाव न रहे, वैमनस्य समाप्त हो जाये और देश भर में एक नवीन ऊर्जा का संचार हो, इसी दिशा में हम सब कार्य करें. आइये वीणावादिनी के सम्मुख यही प्रार्थना ले कर जायें. बहुत सुंदर. इतनी श्रेष्ठ कविता शेयर करने के लिये आपका हार्दिक धन्यवाद, बहन पुष्पा जी.
|
ji bhaai sahi kaha aapne sundar tippani ke liye hardik abhaar sah dhanywad bhaai