ये अच्छा आइडिया है|
आईसीसी के चीफ एक्जीक्यूटिव हारून लोर्गाट का मानना है कि सट्टेबाजी को वैध बना देने से परिस्थितियां पारदर्शी हो जाएंगी और सट्टेबाजों के लिए मुश्किल हो जाएगी| उन्होंने ७ फ़रवरी को मीडिया से कहा, "मैं इस राय से सहमत हूं कि अगर इसे नियमित कर दिया जाये तो यह नियमित न होने से बेहतर होगा|" इस तरह का सुझाव देने वाले वे पहले आला क्रिकेट प्रशासक नहीं हैं| २००३ से २००६ के दौरान आईसीसी के अध्यक्ष रहे एहसान मनी ने पिछले साल पत्रिका 'द विजडन क्रिकेटर' को दिए इंटरव्यू में कहा, "काले बाजारों में (खासकर भारत के, जहां सट्टा पूरी तरह अनियमित है) भ्रस्टाचार निरोधक विशेष इकाइयों की ख़ुफ़िया जानकारी छिछली ही हो सकती है| लिहाजा, आईसीसी के लिए भारत सरकार को यह कहने का मौका आ गया है कि इसे नियमित कर ले| मुझे मालूम नहीं कि इसे नियमित क्यों नहीं किया गया है क्योंकि सरकार इससे काफी पैसा कमा सकती है|"
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Self-Banned.
Missing you guys!
फिर मिलेंगे|
मुझे तोड़ लेना वन-माली, उस पथ पर तुम देना फेंक|
मातृभूमि पर शीश चढ़ाने जिस पथ जाएं वीर अनेक||
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