दादा के बारे मेँ कुछ लिखना सुरज के सामने दिया दिखाने के समान हैँ
इतने ज्ञानी को मैँने पहली बार देखा हैँ
इतने काम को करने वाले विरले हीँ मिलेँगेँ
काम के मामलेँ मेँ दादा सचिन का रिकार्ड तोड देँगेँ
जिनको अपना समझतेँ हैँ उनको मानतेँ भी हैँ
गलत करने वाले को पहलेँ समझाने की कोशिश करतेँ हैँ मजबुत पक्ष हैँ
कमजोर तो मेरे नजर मेँ हैँ नहीँ फिर भी लिख देता हुँ
नौरंगा हमेशा अपने साथ रखतेँ हैँ
हम सभी को डराते रहते हैँ अपने उम्र हमलोँगोँ को बताते नहीँ अभी भी 35 बतातेँ हैँ
दादी जी से डरते हैँ 9 बजतेँ हीँ निकल जातेँ हैँ
क्षमा
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