Re: Sangeet-shayari ka jaadu - shikha
शिखा जी संगीत और शायरी के बारे में आपके विचार जाने हमने .. अपने सच कहा की संगीत हमारी तन्हाई कोहमारे अन्दर रहे आक्रोश को कम करता है संगीत की जब जब बात होती है एक पुरानि कहानी याद आ जाती है बैजू बावरा की जिससे सभी अवगत है ही .. और आज भी वैज्ञानिको ने बताया है की संगीत की असर सिर्फ इन्सान ही नहीं पौधों पर पशुओं पर भी पड़ती है .शायरी की बात आती तब मिर्जा ग़ालिब का जिक्र हुए बिना नहीं रहता और शायरी तब बनती है जब दिल से कोई आवाज़ निकलती है जो शब्दों में ढलकर दिलो तक जा पहुचती है.
बहुत बहुत धन्यवाद शिखा जी........
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