Re: साहित्यकारों के विनोद प्रसंग
छोटा दिवाला v/s बड़ा दिवाला
एक लेखक सरदार राजिंदर सिंह बेदी से बोले, “मेरे एक दोस्त लक्ष्मण साथी ने आपके उपन्यास “एक चादर मैली सी” का सिन्धी में अनुवाद किया है. उन्हें यह उपन्यास बेहद पसंद है. अगर आपने उन्हें इसका अनुवाद छपने की इजाज़त नहीं दी तो उनकी हालत उर्दू के शायरों जैसी हो जायेगी.”
बेदी साहब बोले, “उपन्यास का सिन्धी में अनुवाद करने के बजाय वह उस पर फिल्म क्यों नहीं बनाते?”
लेखक ने पूछा, “क्यों?”
बेदी साहब बोले, “भाई मेरे, छोटा दिवाला निकालने से बड़ा दिवाला निकालना बेहतर होगा ना !!”
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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