Re: साहित्यकारों के विनोद प्रसंग
मशहूर उर्दू शायर जनाब असरारुल हक़ "मजाज" लखनवी के जीवन से जुड़े कुछ विनोद प्रसंग
एक बार जिगर मुरादाबादी ने बहुत हमदर्दी दिखाते हुए शराब की खामियाँ गिनवाते हुए, मजाज से कहा, “मजाज, शराब वाकई खाना खराब (घर नष्ट करने वाली) है. खुम के खुम लुढ़ाने के बाद आखिरकार मुझे तौबा ही करनी पड़ी. मैं तो दुआ करता हूँ कि खुदा तुमको तौफ़ीक़ बख्शे कि तुम भी इससे तौबा कर सको.”
मजाज यह सुन कर बहुत मासूमियत से बोले, “जिगर साहब आपने तो एक बार तौबा की. लेकिन मैं तो सैंकड़ों बार तौबा कर चुका हूँ.”
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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