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Originally Posted by dr.shree vijay
हिंदी की इतनी बेहतरीन फोरम और इतने सदस्य होते हुए भी मुझे बड़े ही दुःख के साथ कहना पड़ता हें की एक से बढकर एक सूत्रों के होते हुए भी कई सूत्रों पे सूत्रधार के सिवाय कोई गया ही नही इससे सूत्रधार के भी हौसले पस्त होते वे कोई उपयोगी जानकारी देना चाहें तो भी नही दे पाते | अत: सभी आदरणीय मित्रों को नम्र अनुरोध हें की जब भी समय मिले सभी सूत्रों पे भ्रमण करे और अपनी अमूल्य राय अवश्य दे इससे फोरम भी नीरस न लगके सरस लगेंगी यह आपकी अपनी फोरम हें | मित्रों अगर किसीको ठेस पहुचीं हो तो क्षमा करे | पुन्ह्स्च निवेदन हें की आपके आपने इस परिवार को ह्रदय से योगदान अवश्य दे |..........................................
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डॉ साहब आपने बिल्कुल माकूल तथा गम्भीर बात कही है । कोई सूत्रधार मेहनत करके सूत्र का सूत्रपात करता है हम सभी को उसकी मेहनत का सम्मान करना चाहिये