Re: Dear Zindagi / डियर ज़िन्दगी
फिल्म डियर ज़िंदगी के कुछ डायलॉग
हम हमेशा मुश्किल रास्ता क्यों चुनते हैं जरूरी काम के लिए? क्या पता आसान रास्ते से भी काम हो जाए...
जीनियस वो नहीं है जिसके पास हर सवाल का जवाब हो बल्कि वो है जिसके पास हर जवाब के लिए पेशियंस हो.
जिंदगी में जब कोई पैटर्न या आदत बनती दिखाई दे ना...तो उसके बारे में अच्*छी तरह से सोचना चाहिए...जीनियस को पता होता है कि कहां रुकना है...
खुल के रो नहीं सकोगी तो खुलकर हंस कैसे पाओगी?
हम कितनी कुर्सियां देखते हैं कोई एक लेने से पहले..., फिर अपना लाइफपार्टनर चूज़ करने से पहले ओपशंस देखने में क्या प्रॉब्लम है?
ज़िंदगी एक जिगसॉ पज़ल की तरह है...मैं तुम्हारे लिए उसके टुकड़े ढूंढ़ सकता हूं लेकिन उन्हें तुम्हें खुद ही जोड़ना होगा.
अलबर्ट आइंसटीन ने कहा था...पागल वो हो जाता है जो रोज रोज सेम काम करता है...मगर चाहता है कि नतीजा अलग हो.
अगर हम अपनी जिंदगी का स्टियरिंग व्हील अपने हाथ में नहीं लेंगे ना...तो कोई दूसरा ड्राइवर सीट पर बैठ जाएगा.
सेफ फील करने के लिए पहले सारे डर मिटाना जरूरी है.
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
Last edited by rajnish manga; 16-12-2016 at 02:52 PM.
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