Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकुले (Jokes)
मैं दोपहर को बरामदे में बैठा था कि तभी एक अलसेशियन नस्ल का हष्ट पुष्ट लेकिन बेहद थका थका सा कुत्ता कम्पाउंड में दाखिल हुआ. उसके गले में पट्टा भी था. मैंने सोचा जरूर किसी अच्छे घर का पालतू कुत्ता है. मैंने उसे पुचकारा तो वह पास आ गया. मैंने उस पर प्यार से हाँथ फिराया तो वो पूँछ हिलाता वहीं बैठ गया.
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बाद में मैं जब उठकर अंदर गया तो वह कुत्ता भी मेरे पीछे पीछे हॉल में चला आया और खिड़की के पास अपने पैर फैलाकर बैठा और मेरे देखते देखते सो गया.
मैंने भी हॉल का दरवाज़ा बंद किया और सोफे पर आ बैठा. करीब एक घंटे सोने के बाद कुत्ता उठा और दरवाजे की तरफ गया तो उठकर मैंने दरवाज़ा खोल दिया. वो बाहर निकला और चला गया.
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अगले दिन उसी समय वो फिर आ गया. खिड़की के नीचे एक घंटा सोया और फिर चला गया.
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उसके बाद वो रोज आने लगा. आता, सोता और फिर चला जाता.
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मेरे मन में उत्सुकता दिन ब दिन बढ़ती ही जा रही थी कि इतना शरीफ, समझदार, व्यवहार कुशल कुत्ता आखिर है किसका और कहाँ से आता है?
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एक रोज मैंने उसके पट्टे में एक चिठ्ठी बाँध दी. जिसमें लिख दिया : आपका कुत्ता रोज मेरे घर आकर सोता है. ये आपको मालूम है क्या?
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अगले दिन जब वो प्यारा सा कुत्ता आया तो मैंने देखा कि उसके पट्टे में एक चिठ्ठी बँधी हुई है. उसे निकालकर मैंने पढ़ा.
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उसमे लिखा था : ये एक अच्छे घर का कुत्ता है, मेरे साथ ही रहता है लेकिन मेरी बीवी की दिन-रात की किटकिट, पिटपिट, चिकचिक, बड़बड़ के कारण वो सो नहीं पाता और रोज हमारे घर से कहीं चला जाता है.
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अगर आप इजाजत दे दें तो मैं भी उसके साथ आ सकता हूँ क्या ...??
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