Re: यमपुरी समाचार ( हास्य व्यँग्य)
अब चित्रगुप्त तुम्हारी सुन लो, तुम्हे भी मजा चखाऊंगा। तुम क्या करते हो मुझे नही मालुम क्या? यमराज की नाक के नीचे,यमराज के कोर्ट में पुरा भ्रष्ट्राचार का खेल तुम ही खेल रहे हो। जब कोई बड़ा मुकदमा आता है तो, पेशी बढाने का पैसा, गवाही आया है तो उससे पैसा, मुद्दई से पैसा, मुजरिम से पैसा, सभी तरफ़ से पैसा ही पैसा बटोर रहे हो। चारों तरफ़ से खाओ बाबु। यदि यमराज ने किसी को कुम्भिपाक नरक की सजा सुना दी तो उसकी फ़ाइल गायब कर दो, नरक वाले जब सजा का आदेश मंगाएं तो कह दो फ़ाईल नही मिल रही है और मुजरिम को यहीं मजा कराओ, तबियत खराब करवा के अस्पताल में दाखिल कर दो। तुम्हारी तो और भी बहुत ज्यादा पोल है जिसे मुझे दुनिया के सामने खोलना है। कम से कम सभी को पता तो चल जाएगा कि मृत्यु लोक का वायरस यहाँ तक आ गया है।
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