Re: साहित्यकारों के विनोद प्रसंग
एक बार आगरा के एक कवि सम्मेलन में ‘मधुशाला' के रचयिता हरिवंश राय बच्चन आमंत्रित थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रेमचंद जी कर रहे थे. बच्चन जी के लिए पानी आया तो उन्होंने पास बैठे प्रेमचंद जी से पूछा,
“बाबूजी, पानी पियेंगे?”
मुंशी प्रेमचंद ने पहले पानी की ओर देखा, फिर बच्चन की ओर देख कर एक शरारती मुस्कान के साथ बोले,
“तुम्हारे हाथ से पानी पियेंगे?”
फिर दोनों ठहाका लगा कर हंस पड़े.
सारा मंच उन्हें देख रहा था.
(साभार: नवनीत/ नवम्बर 2009)
Last edited by rajnish manga; 17-03-2013 at 11:29 PM.
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