Re: साहित्यकारों के विनोद प्रसंग
हास्य विनोद सआदत हसन मंटो के साथ
एक बार जिगर मुरादाबादी लाहौर तशरीफ़ लाये तो तो कुछ स्थानीय लेखक और कवि उनसे मुलाक़ात करने उनके ठहरने की जगह तशरीफ़ लाये. जिगर बहुत आत्मीयता से हर आगंतुक का स्वागत कर रहे थे कि सआदत हसन मंटो ने भी जिगर साहब से हाथ मिलाते हुए कहा,
“किबला ! अगर आप मुरादाबाद के जिगर हैं तो यह खाकसार लाहौर का गुर्दा है.”
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