अड्डे पर रोज लिखी जाती है किस्*मत
टेलीविजन इंडस्*ट्री में सालों तक संघर्ष करने के बाद एक मुकाम हासिल करने की चाह रखने वाले अधिकतर कलाकारों की किस्*मत इस अड्डे पर लिखी जाती है। अंधेरी में इन्फिनिटी मॉल के सामने बने इस अड्डे पर हर रोज सैकड़ों कलाकार और टेक्*नीशियन मिलते हैं और अपनी किस्*मत लिखते हैं। वे इस उम्*मीद से लबरेज होते हैं कि एक दिन उन्*हें कोई सही आदमी मिलेगा और उनकी किस्*मत बदल जाएगी। सरवानी बताती हैं कि ये कलाकार वे सब कुछ करते हैं जो एक इंसान कर सकता है, लेकिन अधिकतर किसी छोटे विज्ञापन या किसी सीरियल में एक छोटी भूमिका हासिल करने से अधिक कुछ नहीं हासिल कर पाते।