Re: Afsosh mat kar mere yara !!
यकीनन वो बादल फिर से आयेंगे
और बरसेंगे झूम झूम कर
जो बिखर गए पानी बन कर
उनका अफ़सोस मत कर मेरे यारा
बहुत खुबसूरत कविता है. शेयर करने के लिये आपका बहुत बहुत धन्यवाद, राहुल जी.
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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