Re: सभी को निमंत्रण, यहां करें बहस
उपरोक्त वीडियो में पटना की एक महिला एसपी महोदया, जिनका शुभ नाम "किम" है, घर के अंदर निर्दोष, निहत्थे और शांत महिला और उसके बच्चो पर अन्य पुरुष सिपाहियों के साथ अपनी मर्दानगी दिखा रही है। मीडिया आचरण के अनुरूप सनसनी फैला रहा है। राजनीतिज्ञ पानी पी-पी कर अपने पिपक्षी दलो को कोस रहे है। लोग पान-दुकानों, नुक्कड़, चौक-चौराहो और ड्राईंग रूम मे टीवी देखते हुये, अपने अमूल्य विचार व्यक्त कर रहे है।
वैसे तो हर दिन देश मे इस तरह के पुलिसिया जुल्म के हजारो घटनाए हो रही है - मगर कहते है ना - जो दिखता है वही बिकता है। कोई नई खबर सनसनी बनने तक, ये खबर चलता रहेगा। फिर अगर कही इस तरह की घटना की पुनरावृति होगी तो संदर्भ स्वरूप इसे फिर से याद किया जाएगा, वर्ना.......
क्या कहु, किसके कहु - हमारे देश के लोगो की फितरत ही कुछ ऐसी है।
एक मशहूर कहावत है - किसने कहा है - कृपया ये मुझसे मत पूछिएगा -
पहले वो "यहूदियो" को लेने आये - मै कुछ नहीं बोला - क्योंकि मै "यहूदी" नहीं था।
फिर वो "पारसियों" को लेने आये - मै फिर कुछ नहीं बोला - क्योंकि मै "पारसी" भी नहीं था।
फिर वो "कम्युनिष्टों" को लेने आये - मै फिर कुछ नहीं बोला - क्योंकि मै "कम्युनिष्ट " भी नहीं था।
अंत में वो मुझे लेने आये - कोई कुछ नहीं बोला - क्योंकि वो सभी को पकड़ चुके थे।
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