View Single Post
Old 22-12-2014, 06:06 PM   #5
DevRaj80
Special Member
 
DevRaj80's Avatar
 
Join Date: Dec 2011
Location: किसी के दिल में
Posts: 3,781
Rep Power: 33
DevRaj80 has a brilliant futureDevRaj80 has a brilliant futureDevRaj80 has a brilliant futureDevRaj80 has a brilliant futureDevRaj80 has a brilliant futureDevRaj80 has a brilliant futureDevRaj80 has a brilliant futureDevRaj80 has a brilliant futureDevRaj80 has a brilliant futureDevRaj80 has a brilliant futureDevRaj80 has a brilliant future
Default Re: कुछ पल जगजीत सिंह के नाम :देवराज के साथ

संगीत का सफ़र



बचपन मे अपने पिता से संगीत विरासत में मिला। गंगानगर मे ही पंडित छगन लाल शर्मा के सानिध्य में दो साल तक शास्त्रीय संगीत सीखने की शुरूआत की। आगे जाकर सैनिया घराने के उस्ताद जमाल ख़ान साहब से ख्याल, ठुमरी और ध्रुपद की बारीकियां सीखीं। पिता की ख़्वाहिश थी कि उनका बेटा भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) में जाए लेकिन जगजीत पर गायक बनने की धुन सवार थी। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में पढ़ाई के दौरान संगीत मे उनकी दिलचस्पी देखकर कुलपति प्रोफ़ेसर सूरजभान ने जगजीत सिंह जी को काफ़ी उत्साहित किया। उनके ही कहने पर वे १९६५ में मुंबई आ गए। यहां से संघर्ष का दौर शुरू हुआ। वे पेइंग गेस्ट के तौर पर रहा करते थे और विज्ञापनों के लिए जिंगल्स गाकर या शादी-समारोह वगैरह में गाकर रोज़ी रोटी का जुगाड़ करते रहे। १९६७ में जगजीत जी की मुलाक़ात चित्रा जी से हुई। दो साल बाद दोनों १९६९ में परिणय सूत्र में बंध गए।
__________________

************************************

मेरी चित्रशाला : दिल दोस्ती प्यार ....या ... .

तुमने मजबूर किया हम मजबूर हो गये ,...

तुम बेवफा निकले हम मशहूर हो गये ..

एक " तुम " और एक मोहब्बत तेरी,

बस इन दो लफ़्ज़ों में " दुनिया " मेरी..

*************************************

Last edited by rajnish manga; 22-12-2014 at 07:42 PM.
DevRaj80 is offline   Reply With Quote