Re: मेरी रचनाएँ-3- दीपक खत्री 'रौनक'
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Originally Posted by malethia
अति सुंदर रचना ..............
आपका बहुत आभार दीपक जी .......
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वाकई रत्नों के ढेर से आपने सबसे कीमती नगीना चुना है मलेठियाजी। मेरी ओर से भी बधाई स्वीकार करें दीपूजी।
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
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