Re: कन्या का जन्म एक त्रासदी नहीं
अब कुछ उत्साहवर्धक सुर्खियाँ
उपरोक्त नकारात्मक सुर्ख़ियों के बाद अब हम आपके सामने कुछ ऐसी सुर्खियाँ रखना चाहते हैं जिनसे आशा बंधती है कि परिस्थिति इतनी खराब नहीं जितनी दिखाई देती है. हम ऐसे सभी लोगों को सलाम करते हैं जो मजबूती से खड़े हो कर दकियानूसी ताकतों और ऐसी ही परम्पराओं का विरोध करते हैं और मानसिकता में बदलाव लाने के लिये कटिबद्ध रहते हैं:
1. लड़की पैदाहोने पर पैसे नहीं लेता यह अस्पताल कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के प्रयासों के तहत एक अनूठी मिसाल पेश की है पुणे के एक अस्पताल ने. पुणे के पास के ही इस जनरल ऐंड मेटरनिटी हॉस्पिटल चलाने वाले डॉक्टर गणेश रक बच्चीपैदाहोने पर फीस नहीं लेते। ऐडमिशन फी से लेकर चेकअप चार्जेज तक कुछ भी नहीं लिया जाता। इतना ही नहीं, बच्ची के जन्म का उत्सव मनाने के लिए उनके परिवार जनों को आर्थिक सहयोग भी दिया जाता है.
2. 'लड़की पैदाकरने वालों को सम्मानित करेगी खाप' - देशवाल खाप की महापंचायत में निर्णय लिया गया कि एक से अधिक बेटी पैदा करने वाले परिवार को देशवाल खाप सम्मानित करेगी।
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