Re: हत्यारी पिस्तौल की तलाश
जांच की दिशा अब हत्याओं में प्रयुक्त हए हथियार की ओर मुड़ी. उनके द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली .32 केलिबर की स्वचालित पिस्तौल किस कम्पनी द्वारा निर्मित थी? इस सूचना के मिलने पर वे कम से कम हथियार बेचने वाले डीलरों और चीजो को गिरवी रखने वालों की दुकानों पर छानबीन कर सकते थे. क्योंकि बंदूकों आदि की बिक्री केलिफोर्निया में दर्ज की जाती थी. काम बहुत व्यापक था, किन्तु यह सही दिशा में रखा गया एक कदम होता.
मौत का एक संग्रहालय
आग्नेय अस्त्रों की पहचान अधिकतर पुलिस प्रयोगशालाओं द्वारा किये जाने वाले सूक्ष्म और महत्वपूर्ण कार्यों में से एक है. जहां तक हो पाता है, शिकार होने वाले व्यक्ति के शरीर से निकाली गयी गोली, शुबहे वाले हथियार से चलाई गई गोली से मिलान की जाती है. प्रत्येक पिस्तौल, बैरल से निकलने वाली गोली पर अति सूक्ष्म चिन्ह छोड़ देती है. “स्ट्राईएशन” नाम से जानी जाने वाली ये अतिशय सूक्ष्म खरोंचें प्रत्येक हथियार की अपनी खासियत होती हैं, जो मनुष्य के फिंगरप्रिंट की तरह ही अनोखी होती हैं. दो बंदूकों या पिस्तौलों द्वारा चलाई गई गोलियों के “स्ट्राईएशन” कभी एक जैसे नहीं हो सकते.
इसके साथ ही चलाई गयी गोली के छूटे हुये खोल भी होते हैं. जब गोली स्वचालित हथियारों द्वारा चलाई जाती है – जैसे कि अब तक की गोलीबारी में प्रयुक्त की गयी थीं – तो धातु का एक इजेक्टर चलाई गई गोली के पिछले खोल को स्वतः उछाल कर फेंकता है. इस प्रकार, गोली के खोल पर ख़ास तरह के (और बहुत कुछ बतलाने वाले) चिन्ह रह जाते हैं जो इजेक्टर द्वारा इसके पीतल पर अंकित किये जाते हैं. दुर्भाग्य से, अभी तक, पुलिस के हाथ हत्याओं में प्रयुक्त की गई पिस्तौल तक नहीं पहुँच सके थे. जो कुछ उन्हें प्राप्त हुआ था, वह था अपने क्षेत्र का सर्वश्रेष्ठ आग्नेयास्त्र विशेषज्ञ - मिश लकसिश.
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