Re: हत्यारी पिस्तौल की तलाश
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावर अक्सर चार, संभवतः पांच के समूह में गोलीबारी की घटनाओं में भाग लेते थे. उनमें से एक ने सिर को उस्तरे से मुंडवाया हुआ था: अन्य लोगों के बाल ढंग से कटे हए और संवरे हए होते थे. एक अन्य व्यक्ति लम्बा, हलके रंग की चमड़ी वाला अश्वेत था जिसके नाक-नक्श तीखे थे. कम से कम तीन वारदातों में, हमलावरों द्वारा सफ़ेद अथवा भूरी वैन प्रयोग में लाई गई जिस पर कोई चिन्ह या नंबर अंकित नहीं था. लाइसेंस प्लेट भी नहीं देखी गई.
प्रत्येक केस में, हत्यारों ने गलियों में दिखाई देने वाले व्यक्तियों को ही अपना लक्ष्य बनाया, रोबीले अंदाज़ में उनके पास गये और बिल्कुल नज़दीक से उन पर गोली दाग दी. यह स्पष्ट था कि उन्होंने अपने बच निकलने का रास्ता पहले से ही तय कर रखा था.
गोलीबारी जिन स्थानों पर की गई, वह शहरभर में दूर दूर स्थित थे. कोई एक स्थान ऐसा न था जिस पर विशेष रूप से पुलिस अपना ध्यान केन्द्रित कर पाती.
कोरेरिस विभिन्न प्रकार की वस्तुओं से अटी पड़ी अपनी डेस्क से उठा, आँखों को मलते हए खिड़की की ओर बढ़ा. एक क्षण के लिए वह चुप-चाप खड़े हो कर शहर की रोशनियों को देखने लगा. “तुम मानोगे, कि यह कोई बहुत बड़ा शहर नहीं है,” उसने कहा, “वे यहां हमेशा के लिए तो छुप नहीं सकते. क्या तुमने इतने सौभाग्यशाली किसी व्यक्ति को देखा है?”
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