Re: हत्यारी पिस्तौल की तलाश
मौत के फ़रिश्ते
20 अप्रेल की दोपहर व्यतीत होते ही भाग्य ने पलटा खाया जब पुलिस मुख्यालय में एक टेलीफोन कॉल प्राप्त हुई. यह कॉल वहां आने वाली इस प्रकार की उन 200 कालों में से एक थी जो प्रतिदिन वहां प्राप्त होती थीं जिनमे हत्याओं के बारे में सूचनायें दी जाती थीं. परन्तु यह कुछ अलग थी. टेलीफोन करने वाले ने, जो खुद अश्वेत था, सुरक्षा की गारंटी के एवज में हत्यारों के बारे में जानकारी देने की पेशकश की थी.
कोरेरिस ने, जो अनेकों कालों को स्वयं सुना करता था और उनके आधार पर अनुवर्ती कार्यवाही किया करता था, हालांकि उनका कोई ठोस परिणाम नहीं निकला था, आरम्भ में इसे गंभीरता से नहीं लिया. किन्तु उसे पता था कि उनके पास और कोई उपाय न था.
“कार्ल, तुम इस पर काम करना चाहोगे?” उसने टीम में शामिल एक इन्स्पेक्टर से पूछा.
एक अन्य इंस्पेक्टर को साथ ले कर, वह गुप्तचर गाड़ी चलाता हुआ ओकलैंड स्थित एक बैंक की तरफ रवाना हुआ, जैसी कि उसे हिदायत दी गयी थी. मीटिंग शाम पांच बजे राखी गई थी. कॉल करने वाले ने कहा था कि वह डिनर जैकेट, ऊनी टोपी और चारों ओर से कसी जाने वाली धूप की ऐनक पहने हए मिलेगा. वह इमारत के एक सुनसान कोने में गुप्तचरों की प्रतीक्षा ही कर रहा था और छाया में कुछ हद तक छुपा हुआ था.
“क्या आप ही वह महाशय हैं, जिन्होंने टेलीफोन किया था?” अधिकारियों में से एक ने पूछा.
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