Re: बॉलीवुड शख्सियत
वर्ष 1944 मे पृथ्वीराजकपूर ने अपनी खुद की थियेटर कंपनी “पृथ्वी थियेटर” शुरू की।सोलह वर्ष मे पृथ्वीथियेटर के 2662 शो हुये जिनमे पृथ्वीराज कपूर ने लगभग सभी शो मे मुख्य किरदारनिभाया। पृथ्वी थियेटर के प्रति पृथ्वीराज कपूर इस कदर समर्पित रहते थे कि तबीयत खराबहोने के बावजूद भी वह हर शो मे हिस्सा लिया करते थे1 वह शो एक दिन के अंतराल परनियमित रूप से होताथा। पृथ्वी थिएटर का सफर आज भी जारी है. इन दिनों इसका कामकाज पृथ्वीराज कपूर के छोटे बेटे शशि कपूर की बेटी संजना संभालती हैं.
पृथ्वीराज कपूर अपने काम के प्रति बेहद समर्पित इंसान थे। एक बारतत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने उन्हे विदेश मे जा रहे सांस्कृतिकप्रतिनिधिमंडल मे शामिल करने की पेशकश की लेकिन पृथ्वीराज कपूर ने नेहरू जी से यहकह उनकी पेशकश नामंजूर कर दी कि वह थियेटर के काम को छोड़कर विदेश नहीं जा सकते।
3 नवंबर 1906 को जन्मे पृथ्वीराज कपूर का परिवार पहले पेशावर में और फिर फैसलाबाद में रहा जो अब पाकिस्तान में हैं. पेशावर के एडर्वड्स कालेज में विधि की पढ़ाई के दौरान पृथ्वीराज ने पहली बार रंगमंच पर कदम रखा और इसके दीवाने हो गए.
नाटकों में सक्रिय रहने के बीच उन्होंने दर्जनों फिल्मों में अभिनय किया. उनकी चर्चित फिल्मों में विद्यापति, आनंदमठ, दहेज, परदेसी, रूस्तम सोहराब, राजकुमार आदि शामिल हैं. 29 मई 1972 को उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया.
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
Last edited by rajnish manga; 30-06-2014 at 09:39 PM.
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