Re: गुण और कला
इस रोचक सूत्र में लावण्या जी ने विचार विमर्श का अच्छा विषय चुना है. प्रतिक्रिया स्वरूप रफ़ीक जी, डॉ श्री विजय और श्रीमान empty mind द्वारा अपने अपने विचार रखे गये जिनके आधार पर हमारे विषय 'गुण और कला' के परस्पर अंतर व समानता पर प्रकाश डाला गया है. सूत्रधार के द्वारा भी प्रस्तुत किये गये विचारों की समीक्षा की गई. एक जटिल विषय स्पष्ट होकर सामने आया. आप सभी महानुभाव का बहुत बहुत धन्यवाद
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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