Re: इनसे सीखें जीने का अन्दाज़
शरत गायकवाड़, बेंगलूरु
एक ही बाजू का मतलब शरत के लिए यह था कि उन्हें दो हाथ और दो पांव वाले एक सामान्य आदमी की तरह संतुलन स्थापित करना सीखना होगा। यह साबित उन्होंने तब किया, जब वे पैरालिंपिक खेलों में तैराकी के लिए क्वालीफाई करने वाले पहले भारतीय तैराक बने।
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
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