Re: मियां बीवी live
"अर्र….अरे! क्या कर रहे हो. ध्यान से तो चलो कम से कम”.
“क्क्या? क्या कर रहे हो?”
“उफ्फ! मेरा पल्लू तो छोड़ो, पागल हो गए हो क्या?”
*ध…ध…धड़ाम *
"ओह!…शि….शि…शिट….वही हुआ ना जिसका मुझे डर था? आ गए मज़े? गिर पड़े ना धड़ाम?”
“अब उठाओगी भी या ऐसे ही"
“हुँह! उठाओगी भी पहले तो सिर्फ नज़र फिसला करती थी जनाब की अब तो खुद भी फिसलने लग गए हैँ. वाह! क्या तरक्की की जा रही है? "वाह-वाह".
“अरे! ज्यादा बातें मत बनाओ और उठाओ मुझे फटाफट शुक्र है कि कोई जान-पहचान वाला नहीं है आस-पास में"
मैं इधर-उधर देखता हुआ बोला
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घर से निकले थे लौट कर आने को
मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए
बिगड़ैल
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