Re: रोचक खबरे
भूत शब्द का प्रयोग मरणोपरान्त किसी प्राणी के अस्तित्व अथवा स्मृतियों को इंगित करने के लिए भी किया जाता है। अंग्रेजी भाषा का शब्द GHOST इसी का पर्याय है। यद्यपि मरनोपरान्त प्राणी का अस्तित्व शेष रहना वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित नही किया जा सका है, किन्तु अनेकानेक ऐसे उदाहरण भी मिलते रहते हैं जिनसे भूत के इस अर्थ की भी पुष्टि होती है। आत्मा के अस्तित्व के साथ ही भूत के इस अर्थ का अस्तित्व भी जुडा है। थोड़ा गहन रूप में चिन्तन करने पर भूत को “सूक्ष्म शरीर” के समानार्थक रूप में देखा जा सकता है। “सूक्ष्म शरीर” आयुर्वेद के सिद्धान्तों के अनुसार सत्रह तत्वों से मिलकर बना होता है (पंचमहाभूतो से रहित)। इन सत्रह तत्वों में पांच ज्ञानेन्द्रियां, पांच कर्मेन्द्रियां, मन, आत्मा, बुद्धि व पंच तन्मात्राऐं शामिल हैं। पंच महाभूतों से निर्मित स्थूल शरीर से मुक्त होकर यह सूक्ष्म शरीर ही बार बार जन्मता मरता है। मरण और पुनर्जन्म के बीच के काल में यह सूक्ष्म शरीर अवयक्त रूप मे रहता है। यह अव्यक्त रूप ही भूत कहा जाता है
भूत शब्द का सामान्य अर्थ समय के उस हिस्से से है जो बीत चुका है। संस्कृत मूल का यह शब्द सामान्यतः भूतकाल के रूप में प्रयुक्त होता रहा है। इसका अर्थ अंग्रेजी में Past Tense के समान है
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