Re: प्रसिद्ध व्यक्तियों के सुभाषित बोल
न कोई प्रतिष्ठा इतनी प्रभावशाली हो सकती है और न कोई स्वाधीनता
इतनी महत्वपूर्ण हो सकती है जितना कि अपनी हैसियत के अनुसार
जीवन यापन करना.
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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