View Single Post
Old 28-05-2013, 09:35 PM   #37
dipu
VIP Member
 
dipu's Avatar
 
Join Date: May 2011
Location: Rohtak (heart of haryana)
Posts: 10,193
Rep Power: 90
dipu has a reputation beyond reputedipu has a reputation beyond reputedipu has a reputation beyond reputedipu has a reputation beyond reputedipu has a reputation beyond reputedipu has a reputation beyond reputedipu has a reputation beyond reputedipu has a reputation beyond reputedipu has a reputation beyond reputedipu has a reputation beyond reputedipu has a reputation beyond repute
Send a message via Yahoo to dipu
Default Re: Breaking news

केरल पुलिस ने सोमवार को एमवे इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ विलियर एस पिंक्नी को गिरफ्तार किया है। विलियम एक अमेरिकी नागरिक है। इसके अलावा पुलिस ने इस मल्टीलेविल डायरेक्ट सेल के दो अन्य डायरेक्टर्स अंशु बुधराज और संजय मल्होत्रा को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस ने यह गिरफ्तारी मनी लॉन्डरिंग और विश्वास तोडऩे के आरोप में की है। पुलिस ने उत्तरी केरल के कोझीकोड से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उन्हें तीन अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार किया है, जो वायनाड जिले में दर्ज हैं। आर्थिक अपराध अन्वेषण के एसपी सीए विल्सन ने बताया कि एमवे इंडिया के सीईओ और दो अन्य डायरेक्टर्स को व्यानाड जिले की पुलिस ने मनी लॉन्डरिंग और मनी चेन एक्टिविटी के आरोप में गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने एमवे इंडिया के सीईओ और दो अन्य डायरेर्क्*स को केलपेट्टा की स्थानीय अदालत में पेश किया। इसके बाद फस्र्ट क्लास मजिस्ट्रेट एन. रविशंकर ने कंपनी के तीन अधिकारियों को 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेजने के निर्देश दिए।

एमवे के इन तीनों अधिकारियों को एक अधिनियम का उल्लंघन करने के आरोप में 2011 में वायनाड में दर्ज मामले में गिरफ्तार किया गया । इस अधिनियम के तहत उन योजनाओं पर पाबंदी है, जिनमें जल्दी पैसा बनाने या आसानी से पैसा बनाने और प्राइज चिट्स योजनाएं शामिल हैं। हालांकि सरकार ने इस अधिनियम में कुछ संशोधन करने का प्रस्ताव किया है।


कंपनी के तीन अधिकारियों ने 3 मई को केरल हाईकोर्ट से एक मामले में जमानत पा ली थी, जिसे एक महिला ने दर्ज कराया था। लेकिन पुलिस ने उन्हें एक अन्य मामले में गिरफ्तार किया है, जो 2011 को दर्ज कराया गया था।
इन गिरफ्तारियों को लेकर एमवे इंडिया ने बयान में कहा है कि हम इस केस के बारे में यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि कंपनी या इसके अधिकारियों को समन जारी नहीं किए गए थे और न ही पुलिस ने किसी तरह की सूचना मांगी थी। एमवे के अधिकारी 2012 में कोझिकोड की निवासी विशालाक्षी द्वारा दायर मामले में यहां आए थे। वालसन ने बताया कि विशालाक्षी ने करीब 3 लाख रुपये में एमवे के उत्पाद खरीदे थे और उसे बहुस्तरीय मार्केटिंग के जरिये उत्पादों की बिक्री करने के लिए कहा गया था।

पिछले साल केरल पुलिस की अपराध शाखा (आर्थिक अपराध) ने त्रिशूर, कोझिकोड और कन्नूर जिले में एमवे के कार्यालयों पर छापा मारा था। इन केंद्रों पर एमवे के गोदाम सील करने के बाद वहां मौजूद उत्पाद जब्त कर लिए गए थे।
__________________



Disclamer :- All the My Post are Free Available On INTERNET Posted By Somebody Else, I'm Not VIOLATING Any COPYRIGHTED LAW. If Anything Is Against LAW, Please Notify So That It Can Be Removed.
dipu is offline   Reply With Quote